ऐश्वर्या श्रीधर बनीं वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर ऑफ़ द ईयर अवार्ड जीतने वाली देश की पहली महिला


फोटोग्राफी का शौक काफी लोगों को होता है। कोई पोट्रेट फोटोग्राफी का शौक रखता है तो कोई स्ट्रीट फोटोग्राफी का किसी को नेचर फोटोग्राफी पसंद होती है तो किसी को धार्मिक जगहों पर जाकर फोटो लेना पसंद होता है। कुछ लोगों को वाइल्‍ड लाइफ फोटो ग्राफी पसंद होती है। फोटोग्राफी का कोई भी अन्य फील्ड इससे अधिक रोमांच और अनुभव देना वाला नहीं हो सकता। इसमें जंगल और खुली प्रकृति में रहने वाले जीव-जंतुओं के जीवन के विविध पहलुओं को फोटोग्राफ के माध्यम से दर्शाया जाता है। 

Light of passion | ©AishwaryaSirdhar

वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफी के लिए घने जंगलों में जाना और जानवरों के बीच रहकर उनके फोटो लेना खतरनाक होता है। वाइल्डलाइफ फोटोग्राफी बहुत ही चुनौतीपूर्ण और जोखिम भरी होती है लेकिन देश की बेटी ऐश्वर्या श्रीधर ने इस खतरनाक काम को अपना प्रोफेशन बनाया और आज उन्होंने इस फील्ड में अपना ही नाम नहीं बल्कि देश का भी नाम रोशन किया। दुनियाभर के 80 से अधिक देशों से 50 हजार एंट्री के बीच उनकी फोटो को अवॉर्ड दिया गया। यह 56 वाँ आयोजन संस्करण था। इस पुरस्कार की घोषणा 13 अक्टूबर को लंदन में नेचर हिस्ट्री म्यूजियम में वाइल्‍डलाइफ फोटोग्राफर ऑफ द ईयर अवार्ड्स 2020 के रिजल्ट डिक्लेयर किया गया जिसमें नवी मुम्बई की रहने वाली 23 साल की ऐश्वर्या श्रीधर की फोटो ‘लाइट ऑफ पैशन’ को बिहेवियर इनवर्टेब्रेट्स कैटेगरी का अवार्ड मिला है। 

Aishwarya Sirdhar

ऐश्वर्या वाइल्‍डलाइफ फोटोग्राफर ऑफ द ईयर अवार्ड पाने वाली पहली भारतीय महिला फोटोग्राफर हैं। ऐश्वर्या श्रीधर की यह विनिंग फोटो जंगल में हजारों जुगनुओं से रोशन एक पेड़ की तस्वीर है। रात के अंधेरे में जगमगाते इस पेड़ के पास से एक गैलेक्सी भी गुज़र रही है। जंगल में दो घंटे बिताने के बाद उन्होंने इस 24 सेकंड में इस पेड़ की 27 तस्वीरें खींची थी। उन सभी फोटो को एक सॉफ्टवेर की मदद से कंबाइन करने पर यह तस्वीर बनी थी। ऐश्वर्या ने यह फोटो जून 2019 में भंडारदरा में ट्रेकिंग के दौरान खींची थी। ऐश्वर्या ने फोटोग्राफ के लिए, शॉट या कैनन EF16-35mm F/2.8 L II USM लेंस के लिए 35 मिमी लेंस का उपयोग किया था। जो 24mm की फोकल लंबाई, 24 सेकेंड की शटर स्पीड और f/2.8 अपर्चर और ISO 1000 के बराबर होनी चाहिए।

©AishwaryaSirdhar

 एक समाचार पत्र के साक्षात्कार के दौरान ऐश्वर्या श्रीधर ने बताया है कि उन्हें बचपन से ही वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफी का शौक था। ऐश्वर्या ने महज 11 साल की उम्र से ही फोटोग्राफी शुरू कर दी थी। उनके पिताजी ने उन्हें जन्मदिन पर एक कैमरा गिफ्ट किया था, जिससे वह छोटी-छोटी चीजों की फोटोग्राफी करने लगी। धीरे-धीरे उनका रुझान इसकी तरफ बढ़ता चला गया और अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद वह वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर बन गई। वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर होने के साथ वह वाइल्डलाइफ प्रजेंटेटर और फिल्म मेकर भी हैं।

Woman Icon India Award-2019

ऐश्वर्या श्रीधर पिल्लई कॉलेज ऑफ आर्ट्स, साइंस एंड कॉमर्स से मास मीडिया ग्रेजुएट हैं। ऐश्वर्या पहले भी कई फोटोग्राफी के लिए अवॉर्ड जीत चुकी हैं। ऐश्वर्या श्रीधर को सेंक्चुरी एशिया यंग नेचरलिस्ट अवॉर्ड और इंटरनेशनल कैमरा फेयर अवॉर्ड से नवाज़ा जा चुका है। उनकी डॉक्यूमेंटरी क्वीन ऑफ तारु ने न्यूयॉर्क में 9वां वन्यजीव संरक्षण फिल्म समारोह जीता था। 

©AishwaryaSirdhar

ऐश्वर्या श्रीधर ने अपने रोल मॉडल के बारे में बताती है कि ऐसे कई वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर हैं, जिन्हें मैं अपना रोल मॉडल मानती हूँ। इनमें राधिका रामासामी, लतिका नाथ, अश्विका कपूर और कल्याण वर्मा शामिल हैं। इनकी फोटोग्राफी मुझे प्रेरित करती है। वे कहती हैं कि वैसे तो जंगलों में प्रकृति के बीच रहना मुझे बहुत अच्छा लगता है। लेकिन, यहीं से मैंने जीवन के कई सबक भी सीखे। 

©AishwaryaSirdhar

एक बार मैं जंगल में पक्षियों की फोटो ले रही थी। मैं इतनी खो गई थी कि पता ही नहीं चला कि जहां खड़ी हूं, वहां दलदल है। फोटो लेने के बाद मैं कदम भी नहीं चल पा रही थी। उस वक्त मैंने ये सीखा कि फोटाेग्राफी के साथ ही आसपास के माहौल का ध्यान रखना भी जरूरी है ताकि सुरक्षित रह सकें। जीवन में धैर्य रखना भी जरूरी है। जब आप अपनी इच्छाओं के बारे में कम सोचते हैं, तो जीवन सबसे अच्छा होता है।

一 बालानाथ राय  

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